'अ' कहता - ऐसे थे बापू SHARE FacebookTwitter 'अ' कहता - ऐसे थे बापू 'ब' कहता - ऐसे थे बापू मुझसे पूछो मैं बतलाऊं तुम सबको - कैसे थे बापू ? संत्-फकिरो जैसे बापू हिंसा के सागर में जैसे हो कोई करूणा का टापू ऐसे, हां थे, ऐसे बापू ऋषियों-मुनियों जैसे बापू। गाँधी जयंती की बधाई! SHARE FacebookTwitter
बापू ने सत्य-प्रेम का पथ अपनाया, क्षमा-कर्म का हरपल भाव जगाया, स्वर्ग तुमने उतारा था धरती पर,.......Read Full Message
हमेशा अपने विचारों, शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें. हमेशा अपने विचारों.......Read Full Message
देश के लिए जिसने विलास को ठुकराया था; त्याग विदेशी धागे उसने खुद ही खादी बनाया था; पहन के काठ की चप्पल जिसने .......Read Full Message